पैगम्बरे इस्लाम ने हमेशा दिया बे सहारो को सहारा _मुफ्ती साजिद हसनी
पूरनपुर पीलीभीत -
आल इण्डिया उलेमा मशाइख बोर्ड के बैनर तले जश्न-ए-आमदे मुस्तफा का अशरफ नगर में आयोजन किया गया। मौलाना जीशान हसनी नूरी ने कुरान की तिलावत के साथ जश्न-ए-आमदे मुस्तफा का शुभारंभ किया। उलेमाओं ने नात व मनकबत पढ़कर खिराजे अकीदत पेश किया। जश्न-ए-आमदे मुस्तफा की अध्यक्षता इस्लामिक स्कालर मुफ्ती साजिद हसनी ने की।
मुफ्ती साजिद हसनी ने अपनी तकरीर में कहा कि पैगम्बरे इस्लाम पूरी दुनिया के लिए रहमत है।पैगम्बरे इस्लाम ने हमेशा दिया अमन व शान्ती का पैगाम गरीबों बे सहारो की सहायता की
आपकी विलादत (जन्म) 12 रवीउल अव्वल 20 अप्रैल 571 ई0 को पीर के दिन सुबह सादिक के वक्त हुआ। आप पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर तशरीफ लाए।
उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर शनिवार के दिन जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला जाएगा उन्होंने तमाम शहर की अन्जुमनों से अपील की है कि कोई काम शरीयत के खिलाफ नहीं होना चाहिए। जुलूस में ववजू शरीक (शिरकत) शामिल हों। बीड़ी, सिगरेट, पान, पुड़िया से गुरेज करें। जुलूस में सर पर इमामा, टोपी रूमाल इतर शरीफ का प्रयोग करें। खाने-पीने के सामान को अदब से बांटे। उन्होंने कहा कि हम एक अल्लाह और पैगम्बरे इस्लाम व कुरान के मानने वाले हैं इसलिये हमारा तरीका तहज़ीव खालिस इस्लामी नज़र आना चाहिए।
आल इण्डिया उलेमा मशाइख बोर्ड के जिलाध्यक्ष मुफ्ती नूर मो0 हसनी ने मदीना शरीफ से नगर वासियों को जश्ने ईद मीलादन्नबी की मुबारकबाद दी
आला हजरत व इमामे रव्वानी मुजद्दिद अल्फसानी पर इण्डिया में पहले रिसर्च करने वाले मुफ्ती साजिद हसनी द्वारा लिखी पुस्तक व आमदे सरकार, आखिर मौत तजकिरा इल्म व उलेमा, रूसूमात तकसीम (बांटी) जुलूस-ए-मोहम्मदी में फ्री (निशुल्क) बांटी जायेगी।
मौलाना जीशान हसनी मौलाना सद्दाम हुसैन फैजाने मदीना नेपाल मुफ्ती नूर मो0 हसनी, मौलवी फरियाद अंसारी ने भी नबी की शान में खिराज ए अकीदत पेश किया। मुफ्ती साजिद हसनी ने कहा कि दावत ए इस्लाम हमारे ईमान व अकीदा की हिफाजत करती है। इस्लाम में दीन की खिदमत और दीने इस्लाम को फरोग देना हर मुसलमान की अहम जिम्मेदारी है। हर मुसलमान के लिए जरूरी है कि मोहब्बत और भाईचारगी का पैगाम दे। उन्होंने कहा कि हमारे आका हुजूर पाक ने फरमाया कि पड़ोसियों व गरीबों के साथ अच्छा सुलूक करो चाहें वह किसी भी मजहब का हो। इस्लाम अमन अमान व शांति का पैगाम देता है।
आखिर में अपने मुल्क के अमन व अमान की दुआ मांगी, जाहिद रजा, मौलवी फरियासद, शहादत हुसैन, मौलाना ताजवर, जाने आलम अंसारी अशरफी, , जीशान हसनी, सद्दाक कुरैशी, मो0 इस्लाम, आरिफ हुसैन, शरीफ अशरफी, हाफिज मोहम्मद शारिक रजा आदि मौजूद रहें।
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